Thursday, 1 September 2016

Soaked Almonds and Boiled Potatoes



Peeling Potatoes 
by Henry Hetherington Emmerson


Lately the world has lost its charm.

Except sometimes,
You know,
While peeling soaked almonds
And boiled potatoes.

A heart warming, feet dangling exercise,
In discerning
Spikes of medieval crowns
And skylines of ancient towns
And sometimes even the hemlines of ballroom gowns.

All in the uneven unskilled unravelling
Of almond and potato peels.

Apparitions of a personal puppet show
Entering and exiting
with not so much pomp
and just a faded glow.
But prompt as ever
As if they were standing in the wings
In a neat little row.

Sigh.
Lately,
My mid morning pastime.


5 comments:

  1. yes, now in the second reading I could visualize the magical world spilling out of the 'unwanted' peelsa

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  2. हिंदी में देखते हैं इन जादुई शब्दों की शक्ल:
    कुछ त्रुटि लगे तो इंगित करें।
    ***
    अन्यथा कभी के,
    पता है तुम्हें,
    छीलते हुए भिगोये बादामों को,
    और उबले हुए आलुओं को।
    ह्रदय पुलकाते , पैरों के लड़खड़ाते,
    मध्य-युगीय ताज की तारें तालते तलाते,
    और आकाश -रेख सटी पुरातन शहरों को ताके
    और कभी तो इतना भी कि श्रृंगार कक्ष में स्त्रियों के चोगों के छोरों में पाते।

    यह सब उबड़ अदक्ष रहस्यों को उघाड़ते
    बादाम और आलू की छीलन में।

    आत्मिक कल्पनाएं अपनी कठपुतली शो में
    जो आतीं और जातीं
    बिन ज्यादा दिखावे के
    और बुझी हुयी चमक के
    पर एकदम हमेशा की तरह तैयार हैं
    जैसे कि पंखों पर सवार हैं
    एक सुच्ची साफ़ कतार में

    कल्पना
    अभी की
    मेरी बीती मध्य-भोर की।

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  4. यह दो वार लिखा गया है। एक को हटा दें

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